Ezekiel 14:13
हे मनुष्य के सन्तान, जब किसी देश के लोग मुझ से विश्वासघात कर के पापी हो जाएं, और मैं अपना हाथ उस देश के विरुद्ध बढ़ा कर उसका अन्नरूपी आधार दूर करूं, और उस में अकाल डालकर उस में से मनुष्य और पशु दोनों को नाश करूं,
Ezekiel 14:13 in Other Translations
King James Version (KJV)
Son of man, when the land sinneth against me by trespassing grievously, then will I stretch out mine hand upon it, and will break the staff of the bread thereof, and will send famine upon it, and will cut off man and beast from it:
American Standard Version (ASV)
Son of man, when a land sinneth against me by committing a trespass, and I stretch out my hand upon it, and break the staff of the bread thereof, and send famine upon it, and cut off from it man and beast;
Bible in Basic English (BBE)
Son of man, when a land, sinning against me, does wrong, and my hand is stretched out against it, and the support of its bread is broken, and I make it short of food, cutting off man and beast from it:
Darby English Bible (DBY)
Son of man, when a land sinneth against me by working unfaithfulness, and I stretch out my hand upon it, and break the staff of the bread thereof, and send famine upon it, and cut off man and beast from it;
World English Bible (WEB)
Son of man, when a land sins against me by committing a trespass, and I stretch out my hand on it, and break the staff of the bread of it, and send famine on it, and cut off from it man and animal;
Young's Literal Translation (YLT)
`Son of man, the land -- when it sinneth against Me to commit a trespass, and I have stretched out My hand against it, and broken for it the staff of bread, and sent into it famine, and cut off from it man and beast --
| Son | בֶּן | ben | ben |
| of man, | אָדָ֗ם | ʾādām | ah-DAHM |
| when | אֶ֚רֶץ | ʾereṣ | EH-rets |
| land the | כִּ֤י | kî | kee |
| sinneth | תֶחֱטָא | teḥĕṭāʾ | teh-hay-TA |
| against me by trespassing | לִי֙ | liy | lee |
| grievously, | לִמְעָל | limʿāl | leem-AL |
| then will I stretch out | מַ֔עַל | maʿal | MA-al |
| hand mine | וְנָטִ֤יתִי | wĕnāṭîtî | veh-na-TEE-tee |
| upon | יָדִי֙ | yādiy | ya-DEE |
| break will and it, | עָלֶ֔יהָ | ʿālêhā | ah-LAY-ha |
| the staff | וְשָׁבַ֥רְתִּי | wĕšābartî | veh-sha-VAHR-tee |
| bread the of | לָ֖הּ | lāh | la |
| thereof, and will send | מַטֵּה | maṭṭē | ma-TAY |
| famine | לָ֑חֶם | lāḥem | LA-hem |
| upon off cut will and it, | וְהִשְׁלַחְתִּי | wĕhišlaḥtî | veh-heesh-lahk-TEE |
| man | בָ֣הּ | bāh | va |
| and beast | רָעָ֔ב | rāʿāb | ra-AV |
| from | וְהִכְרַתִּ֥י | wĕhikrattî | veh-heek-ra-TEE |
| it: | מִמֶּ֖נָּה | mimmennâ | mee-MEH-na |
| אָדָ֥ם | ʾādām | ah-DAHM | |
| וּבְהֵמָֽה׃ | ûbĕhēmâ | oo-veh-hay-MA |
Cross Reference
Ezekiel 4:16
फिर उसने मुझ से कहा, हे मनुष्य के सन्तान, देख, मैं यरूशलेम में अन्नरूपी आधार को दूर करूंगा; सो वहां के लोग तौल तोलकर और चिन्ता कर कर के रोटी खाया करेंगे; और माप मापकर और विस्मित हो हो कर पानी पिया करेंगे।
Leviticus 26:26
और जब मैं तुम्हारे लिये अन्न के आधार को दूर कर डालूंगा, तब दस स्त्रियां तुम्हारी रोटी एक ही तंदूर में पकाकर तौल तौलकर बांट देंगी; और तुम खाकर भी तृप्त न होगे॥
Isaiah 3:1
सुनो, प्रभु सेनाओं का यहोवा यरूशलेम और यहूदा का सब प्रकार का सहारा और सिरहाना अर्थात अन्न का सारा आधार, और जल का सारा आधार दूर कर देगा;
Ezekiel 5:16
यह उस समय होगा, जब मैं उन लोगों को नाश करने के लिये तुम पर महंगी के तीखे तीर चला कर, तुम्हारे बीच महंगी बढ़ाऊंगा, और तुम्हारे अन्नरूपी आधार को दूर करूंगा।
Ezekiel 14:17
और यदि मैं उस देश पर तलवार खींचकर कहूं, हे तलवार उस देश में चल; और इस रीति मैं उस में से मनुष्य और पशु नाश करूं,
Ezekiel 14:19
यदि मैं उस देश में मरी फैलाऊं और उस पर अपनी जलजलाहट भड़का कर उसका लोहू ऐसा बहाऊं कि वहां के मनुष्य और पशु दोनों नाश हों,
Ezekiel 14:21
क्योंकि प्रभु यहोवा यों कहता है, मैं यरूशलेम पर अपने चारों दण्ड पहुंचाऊंगा, अर्थात तलवार, अकाल, दुष्ट जन्तु और मरी, जिन से मनुष्य और पशु सब उस में से नाश हों।
Ezekiel 15:8
और मैं उनका देश उजाड़ दूंगा, क्योंकि उन्होंने मुझ से विश्वासघात किया है, प्रभु यहोवा की यही वाणी है।
Daniel 9:10
हम तो अपने परमेश्वर यहोवा की शिक्षा सुनने पर भी उस पर नहीं चले जो उसने अपने दास नबियों से हम को सुनाईं।
Daniel 9:5
हम लोगों ने तो पाप, कुटिलता, दुष्टता और बलवा किया है, और तेरी आज्ञाओं और नियमों को तोड़ दिया है।
Ezekiel 25:13
इस कारण परमेश्वर यहोवा यों कहता है, मैं एदोम के देश के विरुद्ध अपना हाथ बढ़ा कर उस में से मनुष्य और पशु दोनों को मिटाऊंगा; और तेमान से ले कर ददान तक उसको उजाड़ कर दूंगा; और वे तलवार से मारे जाएंगे।
Ezekiel 20:27
हे मनुष्य के सन्तान, तू इस्राएल के घराने से कह, प्रभु यहोवा यों कहता है, तुम्हारे पुरखाओं ने इस में भी मेरी निन्दा की कि उन्होंने मेरा विश्वासघात किया।
Ezekiel 9:9
तब उसने मुझ से कहा, इस्राएल और यहूदा के घरानों का अधर्म अत्यन्त ही अधिक है, यहां तक कि देश हत्या से और नगर अन्याय से भर गया है; क्योंकि वे कहते हें कि यहोवा ने पृथ्वी को त्याग दिया और यहोवा कुछ नहीं देखता।
Ezra 9:6
हे मेरे परमेश्वर! मुझे तेरी ओर अपना मुंह उठाते लाज आती है, और हे मेरे परमेश्वर! मेरा मुंह काला है; क्योंकि हम लोगों के अधर्म के काम हमारे सिर पर बढ़ गए हैं, और हमारा दोष बढ़ते बढ़ते आकाश तक पहुंचा है
Isaiah 24:20
और मचान की नाईं डोलेगी; वह अपने पाप के बोझ से दब कर गिरेगी और फिर न उठेगी॥
Jeremiah 7:20
सो प्रभु यहोवा ने यों कहा है, क्या मनुष्य, क्या पशु, क्या मैदान के वृक्ष, क्या भूमि की उपज, उन सब पर जो इस स्थान में हैं, मेरे कोप की आग भड़कने पर है; वह नित्य जलती रहेगी और कभी न बुझेगी।
Jeremiah 15:2
और यदि वे तुझ से पूछें कि हम कहां निकल जाएं? तो कहना कि यहोवा यों कहता है, जो मरने वाले हैं, वे मरने को चले जाएं, जो तलवार से मरने वाले हैं, वे तलवार से मरने को ; जो आकाल से मरने वाले हैं, वे आकाल से मरने को, और जो बंधुए होने वाले हैं, वे बंधुआई में चले जाऐं।
Jeremiah 32:43
कि यह उजाड़ हो गया है, इस में न तो मनुष्य रह गए हैं और न पशु, यह तो कसदियों के वश में पड़ चुका है, इसी में फिर से खेत मोल लिए जाएंगे,
Jeremiah 36:29
और यहूदा के राजा यहोयाकीम के विषय में कह कि यहोवा यों कहता है, तू ने उस पुस्तक को यह कह कर जला दिया है कि तू ने उस में यह क्यों लिखा है कि बाबुल का राजा निश्चय आकर इस देश को नाश करेगा, और उस में न तो मनुष्य को छोड़ेगा और न पशु को।
Lamentations 1:8
यरूशलेम ने बड़ा पाप किया, इसलिये वह अशुद्ध स्त्री सी हो गई है; जितने उसका आदर करते थे वे उसका निरादर करते हैं, क्योंकि उन्होंने उसकी नंगाई देखी है; हां, वह कराहती हुई मुंह फेर लेती है।
Lamentations 1:20
हे यहोवा, दृष्टि कर, क्योंकि मैं संकट में हूँ, मेरी अन्तडिय़ां ऐंठी जाती हैं, मेरा हृदय उलट गया है, क्योंकि मैं ने बहुत बलवा किया है। बाहर तो मैं तलवार से निर्वश होती हूँ; और घर में मृत्यु विराज रही है।
Lamentations 4:9
तलवार के मारे हुए भूख के मारे हुओं से अधिक अच्छे थे जिनका प्राण खेत की उपज बिना भूख के मारे सूखता जाता हे।
Genesis 6:7
तब यहोवा ने सोचा, कि मैं मनुष्य को जिसकी मैं ने सृष्टि की है पृथ्वी के ऊपर से मिटा दूंगा; क्या मनुष्य, क्या पशु, क्या रेंगने वाले जन्तु, क्या आकाश के पक्षी, सब को मिटा दूंगा क्योंकि मैं उनके बनाने से पछताता हूं।