Ephesians 5:9
(क्योंकि ज्योति का फल सब प्रकार की भलाई, और धामिर्कता, और सत्य है)।
Ephesians 5:9 in Other Translations
King James Version (KJV)
(For the fruit of the Spirit is in all goodness and righteousness and truth;)
American Standard Version (ASV)
(for the fruit of the light is in all goodness and righteousness and truth),
Bible in Basic English (BBE)
(Because the fruit of the light is in all righteousness and in everything which is good and true),
Darby English Bible (DBY)
(for the fruit of the light [is] in all goodness and righteousness and truth,)
World English Bible (WEB)
for the fruit of the Spirit is in all goodness and righteousness and truth,
Young's Literal Translation (YLT)
for the fruit of the Spirit `is' in all goodness, and righteousness, and truth,
| (For | ὁ | ho | oh |
| the | γὰρ | gar | gahr |
| fruit | καρπὸς | karpos | kahr-POSE |
| of the | τοῦ | tou | too |
| Spirit | Πνεύματος | pneumatos | PNAVE-ma-tose |
| in is | ἐν | en | ane |
| all | πάσῃ | pasē | PA-say |
| goodness | ἀγαθωσύνῃ | agathōsynē | ah-ga-thoh-SYOO-nay |
| and | καὶ | kai | kay |
| righteousness | δικαιοσύνῃ | dikaiosynē | thee-kay-oh-SYOO-nay |
| and | καὶ | kai | kay |
| truth;) | ἀληθείᾳ | alētheia | ah-lay-THEE-ah |
Cross Reference
Ephesians 6:14
सो सत्य से अपनी कमर कसकर, और धार्मीकता की झिलम पहिन कर।
Ephesians 4:25
इस कारण झूठ बोलना छोड़कर हर एक अपने पड़ोसी से सच बोले, क्योंकि हम आपस में एक दूसरे के अंग हैं।
Romans 15:14
हे मेरे भाइयो; मैं आप भी तुम्हारे विषय में निश्चय जानता हूं, कि तुम भी आप ही भलाई से भरे और ईश्वरीय ज्ञान से भरपूर हो और एक दूसरे को चिता सकते हो।
3 John 1:11
हे प्रिय, बुराई के नहीं, पर भलाई के अनुयायी हो, जो भलाई करता है, वह परमेश्वर की ओर से है; पर जो बुराई करता है, उस ने परमेश्वर को नहीं देखा।
1 John 3:9
जो कोई परमेश्वर से जन्मा है वह पाप नहीं करता; क्योंकि उसका बीज उस में बना रहता है: और वह पाप कर ही नहीं सकता, क्योंकि परमेश्वर से जन्मा है।
1 John 2:29
यदि तुम जानते हो, कि वह धार्मिक है, तो यह भी जानते हो, कि जो कोई धर्म का काम करता है, वह उस से जन्मा है।
1 Peter 2:24
वह आप ही हमारे पापों को अपनी देह पर लिए हुए क्रूस पर चढ़ गया जिस से हम पापों के लिये मर कर के धामिर्कता के लिये जीवन बिताएं: उसी के मार खाने से तुम चंगे हुए।
Hebrews 11:33
इन्होंने विश्वास ही के द्वारा राज्य जीते; धर्म के काम किए; प्रतिज्ञा की हुई वस्तुएं प्राप्त की, सिंहों के मुंह बन्द किए।
Hebrews 1:8
परन्तु पुत्र से कहता है, कि हे परमेश्वर तेरा सिंहासन युगानुयुग रहेगा: तेरे राज्य का राजदण्ड न्याय का राजदण्ड है।
1 Timothy 6:11
पर हे परमेश्वर के जन, तू इन बातों से भाग; और धर्म, भक्ति, विश्वास, प्रेम, धीरज, और नम्रता का पीछा कर।
Philippians 1:11
और उस धामिर्कता के फल से जो यीशु मसीह के द्वारा होते हैं, भरपूर होते जाओ जिस से परमेश्वर की महिमा और स्तुति होती रहे॥
Ephesians 4:15
वरन प्रेम में सच्चाई से चलते हुए, सब बातों में उस में जो सिर है, अर्थात मसीह में बढ़ते जाएं।
Galatians 5:22
पर आत्मा का फल प्रेम, आनन्द, मेल, धीरज,
Romans 2:4
क्या तू उस की कृपा, और सहनशीलता, और धीरज रूपी धन को तुच्छ जानता है और कया यह नहीं समझता, कि परमेश्वर की कृपा तुझे मन फिराव को सिखाती है?
Psalm 16:2
मैं ने परमेश्वर से कहा है, कि तू ही मेरा प्रभु है; तेरे सिवाए मेरी भलाई कहीं नहीं।
John 1:47
यीशु ने नतनएल को अपनी ओर आते देखकर उसके विषय में कहा, देखो, यह सचमुच इस्त्राएली है: इस में कपट नहीं।