Deuteronomy 4:37
और उसने जो तेरे पितरों से प्रेम रखा, इस कारण उनके पीछे उनके वंश को चुन लिया, और प्रत्यक्ष हो कर तुझे अपने बड़े सामर्थ्य के द्वारा मिस्र से इसलिये निकाल लाया,
Deuteronomy 4:37 in Other Translations
King James Version (KJV)
And because he loved thy fathers, therefore he chose their seed after them, and brought thee out in his sight with his mighty power out of Egypt;
American Standard Version (ASV)
And because he loved thy fathers, therefore he chose their seed after them, and brought thee out with his presence, with his great power, out of Egypt;
Bible in Basic English (BBE)
And because of his love for your fathers, he took their seed and made it his, and he himself, present among you, took you out of Egypt by his great power;
Darby English Bible (DBY)
And because he loved thy fathers, and chose their seed after them, he brought thee out with his countenance, with his great power, out of Egypt,
Webster's Bible (WBT)
And because he loved thy fathers, therefore he chose their seed after them, and brought thee out of Egypt in his sight with his mighty power.
World English Bible (WEB)
Because he loved your fathers, therefore he chose their seed after them, and brought you out with his presence, with his great power, out of Egypt;
Young's Literal Translation (YLT)
`And because that He hath loved thy fathers, He doth also fix on their seed after them, and doth bring thee out, in His presence, by His great power, from Egypt:
| And because | וְתַ֗חַת | wĕtaḥat | veh-TA-haht |
| כִּ֤י | kî | kee | |
| he loved | אָהַב֙ | ʾāhab | ah-HAHV |
| אֶת | ʾet | et | |
| thy fathers, | אֲבֹתֶ֔יךָ | ʾăbōtêkā | uh-voh-TAY-ha |
| chose he therefore | וַיִּבְחַ֥ר | wayyibḥar | va-yeev-HAHR |
| their seed | בְּזַרְע֖וֹ | bĕzarʿô | beh-zahr-OH |
| after | אַֽחֲרָ֑יו | ʾaḥărāyw | ah-huh-RAV |
| out thee brought and them, | וַיּוֹצִֽאֲךָ֧ | wayyôṣiʾăkā | va-yoh-tsee-uh-HA |
| in his sight | בְּפָנָ֛יו | bĕpānāyw | beh-fa-NAV |
| mighty his with | בְּכֹח֥וֹ | bĕkōḥô | beh-hoh-HOH |
| power | הַגָּדֹ֖ל | haggādōl | ha-ɡa-DOLE |
| out of Egypt; | מִמִּצְרָֽיִם׃ | mimmiṣrāyim | mee-meets-RA-yeem |
Cross Reference
Deuteronomy 10:15
तौभी यहोवा ने तेरे पूर्वजों से स्नेह और प्रेम रखा, और उनके बाद तुम लोगों को जो उनकी सन्तान हो सर्व देशों के लोगों के मध्य में से चुन लिया, जैसा कि आज के दिन प्रगट है।
Exodus 13:14
और आगे के दिनों में जब तुम्हारे पुत्र तुम से पूछें, कि यह क्या है? तो उन से कहना, कि यहोवा हम लोगों को दासत्व के घर से, अर्थात मिस्र देश से अपने हाथों के बल से निकाल लाया है।
Exodus 13:9
फिर यह तुम्हारे लिये तुम्हारे हाथ में एक चिन्ह होगा, और तुम्हारी आंखों के साम्हने स्मरण कराने वाली वस्तु ठहरे; जिस से यहोवा की व्यवस्था तुम्हारे मुंह पर रहे: क्योंकि यहोवा ने तुम्हें अपने बलवन्त हाथों से मिस्र से निकाला है।
Exodus 13:3
फिर मूसा ने लोगों से कहा, इस दिन को स्मरण रखो, जिस में तुम लोग दासत्व के घर, अर्थात मिस्र से निकल आए हो; यहोवा तो तुम को वहां से अपने हाथ के बल से निकाल लाया; इस में खमीरी रोटी न खाई जाए।
Isaiah 63:9
उनके सारे संकट में उसने भी कष्ट उठाया, और उसके सम्मुख रहने वाले दूत ने उनका उद्धार किया; प्रेम और कोमलता से उसने आप ही उन को छुड़ाया; उसने उन्हें उठाया और प्राचीनकाल से सदा उन्हें लिए फिरा।
Isaiah 63:11
तब उसके लोगों को उनके प्राचीन दिन अर्थात मूसा के दिन स्मरण आए, वे कहने लगे कि जो अपनी भेड़ों को उनके चरवाहे समेत समुद्र में से निकाल लाया वह कहां है? जिसने उनके बीच अपना पवित्र आत्मा डाला, वह कहां है?
Jeremiah 31:1
उन दिनों में मैं सारे इस्राएली कुलों का परमेश्वर ठहरूंगा और वे मेरी प्रजा ठहरेंगे, यहोवा की यही वाणी है।
Malachi 1:2
यहोवा यह कहता है, मैं ने तुम से प्रेम किया है, परन्तु तुम पूछते हो, तू ने किस बात में हम से प्रेम किया है? यहोवा की यह वाणी है, क्या ऐसाव याकूब का भाई न था?
Luke 1:72
कि हमारे बाप-दादों पर दया करके अपनी पवित्र वाचा का स्मरण करे।
Romans 9:5
पुरखे भी उन्हीं के हैं, और मसीह भी शरीर के भाव से उन्हीं में से हुआ, जो सब के ऊपर परम परमेश्वर युगानुयुग धन्य है। आमीन।
Isaiah 51:9
हे यहोवा की भुजा, जाग! जाग और बल धारण कर; जैसे प्राचीनकाल में और बीते हुए पीढिय़ों में, वैसे ही अब भी जाग। क्या तू वही नहीं है जिसने रहब को टुकड़े टुकड़े किया और मगरमच्छ को छेदा?
Isaiah 41:8
हे मेरे दास इस्राएल, हे मेरे चुने हुए याकूब, हे मेरे प्रेमी इब्राहीम के वंश;
Deuteronomy 4:34
फिर क्या परमेश्वर ने और किसी जाति को दूसरी जाति के बीच में निकालने को कमर बान्धकर परीक्षा, और चिन्ह, और चमत्कार, और युद्ध, और बली हाथ, और बढ़ाई हुई भुजा से ऐसे बड़े भयानक काम किए, जैसे तुम्हारे परमेश्वर यहोवा ने मिस्र में तुम्हारे देखते किए?
Deuteronomy 7:7
यहोवा ने जो तुम से स्नेह करके तुम को चुन लिया, इसका कारण यह नहीं था कि तुम गिनती में और सब देशों के लोगों से अधिक थे, किन्तु तुम तो सब देशों के लोगों से गिनती में थोड़े थे;
Deuteronomy 9:5
तू जो उनके देश का अधिकारी होने के लिये जा रहा है, इसका कारण तेरा धर्म वा मन की सीधाई नहीं है; तेरा परमेश्वर यहोवा जो उन जातियों को तेरे साम्हने से निकालता है, उसका कारण उनकी दुष्टता है, और यह भी कि जो वचन उसने इब्राहीम, इसहाक, और याकूब, तेरे पूर्वजों को शपथ खाकर दिया था, उसको वह पूरा करना चाहता है।
2 Chronicles 16:9
देख, यहोवा की दृष्टि सारी पृथ्वी पर इसलिये फिरती रहती है कि जिनका मन उसकी ओर निष्कपट रहता है, उनकी सहायता में वह अपना सामर्थ दिखाए। तूने यह काम मूर्खता से किया है, इसलिये अब से तू लड़ाइयों में फंसा रहेगा।
Psalm 32:8
मैं तुझे बुद्धि दूंगा, और जिस मार्ग में तुझे चलना होगा उस में तेरी अगुवाई करूंगा; मैं तुझ पर कृपा दृष्टि रखूंगा और सम्मत्ति दिया करूंगा।
Psalm 34:15
यहोवा की आंखे धर्मियों पर लगी रहती हैं, और उसके कान भी उसकी दोहाई की ओर लगे रहते हैं।
Psalm 105:6
हे उसके दास इब्राहीम के वंश, हे याकूब की सन्तान, तुम तो उसके चुने हुए हो!
Psalm 114:1
जब इस्राएल ने मिस्त्र से, अर्थात याकूब के घराने ने अन्य भाषा वालों के बीच में कूच किया,
Psalm 136:10
उसने मिस्त्रियों के पहिलौठों को मारा, उसकी करूणा सदा की है॥
Exodus 33:14
यहोवा ने कहा, मैं आप चलूंगा और तुझे विश्राम दूंगा।