Acts 16:30 in Hindi

Hindi Hindi Bible Acts Acts 16 Acts 16:30

Acts 16:30
और उन्हें बाहर लाकर कहा, हे साहिबो, उद्धार पाने के लिये मैं क्या करूं?

Acts 16:29Acts 16Acts 16:31

Acts 16:30 in Other Translations

King James Version (KJV)
And brought them out, and said, Sirs, what must I do to be saved?

American Standard Version (ASV)
and brought them out and said, Sirs, what must I do to be saved?

Bible in Basic English (BBE)
And took them out and said, Sirs, what have I to do to get salvation?

Darby English Bible (DBY)
And leading them out said, Sirs, what must I do that I may be saved?

World English Bible (WEB)
and brought them out and said, "Sirs, what must I do to be saved?"

Young's Literal Translation (YLT)
and having brought them forth, said, `Sirs, what must I do -- that I may be saved?'

And
καὶkaikay
brought
προαγαγὼνproagagōnproh-ah-ga-GONE
them
αὐτοὺςautousaf-TOOS
out,
ἔξωexōAYKS-oh
and
said,
ἔφηephēA-fay
Sirs,
ΚύριοιkyrioiKYOO-ree-oo
what
τίtitee
must
μεmemay
I
δεῖdeithee
do
ποιεῖνpoieinpoo-EEN
to
be
ἵναhinaEE-na
saved?
σωθῶsōthōsoh-THOH

Cross Reference

Acts 2:37
तब सुनने वालों के हृदय छिद गए, और वे पतरस और शेष प्रेरितों से पूछने लगे, कि हे भाइयो, हम क्या करें?

Acts 22:10
तब मैने कहा; हे प्रभु मैं क्या करूं प्रभु ने मुझ से कहा; उठकर दमिश्क में जा, और जो कुछ तेरे करने के लिये ठहराया गया है वहां तुझ से सब कह दिया जाएगा।

Acts 16:17
वह पौलुस के और हमारे पीछे आकर चिल्लाने लगी कि ये मनुष्य परमप्रधान परमेश्वर के दास हैं, जो हमें उद्धार के मार्ग की कथा सुनाते हैं।

Luke 3:10
और लोगों ने उस से पूछा, तो हम क्या करें?

James 2:13
क्योंकि जिस ने दया नहीं की, उसका न्याय बिना दया के होगा: दया न्याय पर जयवन्त होती है॥

Acts 16:24
उस ने ऐसी आज्ञा पाकर उन्हें भीतर की कोठरी में रखा और उन के पांव काठ में ठोक दिए।

Acts 14:15
हम भी तो तुम्हारे समान दु:ख-सुख भोगी मनुष्य हैं, और तुम्हें सुसमाचार सुनाते हैं, कि तुम इन व्यर्थ वस्तुओं से अलग होकर जीवते परमेश्वर की ओर फिरो, जिस ने स्वर्ग और पृथ्वी और समुद्र और जो कुछ उन में है बनाया।

Acts 9:6
परन्तु अब उठकर नगर में जा, और जो कुछ करना है, वह तुझ से कहा जाएगा।

John 6:27
नाशमान भोजन के लिये परिश्रम न करो, परन्तु उस भोजन के लिये जो अनन्त जीवन तक ठहरता है, जिसे मनुष्य का पुत्र तुम्हें देगा, क्योंकि पिता, अर्थात परमेश्वर ने उसी पर छाप कर दी है।

Matthew 5:7
धन्य हैं वे, जो दयावन्त हैं, क्योंकि उन पर दया की जाएगी।

Matthew 3:8
सो मन फिराव के योग्य फल लाओ।

Isaiah 58:9
तब तू पुकारेगा और यहोवा उत्तर देगा; तू दोहाई देगा और वह कहेगा, मैं यहां हूं। यदि तू अन्धेर करना और उंगली मटकाना, और, दुष्ट बातें बोलना छोड़ दे,

Isaiah 58:6
जिस उपवास से मैं प्रसन्न होता हूं, वह क्या यह नहीं, कि, अन्याय से बनाए हुए दासों, और अन्धेर सहने वालों का जुआ तोड़कर उन को छुड़ा लेना, और, सब जुओं को टूकड़े टूकड़े कर देना?

Isaiah 1:16
अपने को धोकर पवित्र करो: मेरी आंखों के साम्हने से अपने बुरे कामों को दूर करो; भविष्य में बुराई करना छोड़ दो,

Job 34:32
जो कुछ मुझे नहीं सूज पड़ता, वह तू मुझे सिखा दे; और यदि मैं ने टेढ़ा काम किया हो, तो भविष्य में वैसा न करूंगा?

Job 25:4
फिर मनुष्य ईश्वर की दृष्टि में धमीं क्योंकर ठहर सकता है? और जो स्त्री से उत्पन्न हुआ है वह क्योंकर निर्मल हो सकता है?