1 Corinthians 3:5 in Hindi

Hindi Hindi Bible 1 Corinthians 1 Corinthians 3 1 Corinthians 3:5

1 Corinthians 3:5
अपुल्लोस क्या है? और पौलुस क्या है? केवल सेवक, जिन के द्वारा तुम ने विश्वास किया, जैसा हर एक को प्रभु ने दिया।

1 Corinthians 3:41 Corinthians 31 Corinthians 3:6

1 Corinthians 3:5 in Other Translations

King James Version (KJV)
Who then is Paul, and who is Apollos, but ministers by whom ye believed, even as the Lord gave to every man?

American Standard Version (ASV)
What then is Apollos? and what is Paul? Ministers through whom ye believed; and each as the Lord gave to him.

Bible in Basic English (BBE)
What then is Apollos? and what is Paul? They are but servants who gave you the good news as God gave it to them.

Darby English Bible (DBY)
Who then is Apollos, and who Paul? Ministering servants, through whom ye have believed, and as the Lord has given to each.

World English Bible (WEB)
Who then is Apollos, and who is Paul, but servants through whom you believed; and each as the Lord gave to him?

Young's Literal Translation (YLT)
Who, then, is Paul, and who Apollos, but ministrants through whom ye did believe, and to each as the Lord gave?

Who
τίςtistees
then
οὖνounoon
is
ἐστινestinay-steen
Paul,
ΠαῦλοςpaulosPA-lose
and
τίςtistees
who
δέdethay
is
Apollos,
Ἀπολλῶςapollōsah-pole-LOSE
but
ἀλλ'allal

ēay
ministers
διάκονοιdiakonoithee-AH-koh-noo
by
δι'dithee
whom
ὧνhōnone
ye
believed,
ἐπιστεύσατεepisteusateay-pee-STAYF-sa-tay
even
καὶkaikay
as
ἑκάστῳhekastōake-AH-stoh
the
ὡςhōsose
Lord
hooh
gave
to
κύριοςkyriosKYOO-ree-ose
every
man?
ἔδωκενedōkenA-thoh-kane

Cross Reference

2 Corinthians 6:4
परन्तु हर बात से परमेश्वर के सेवकों की नाईं अपने सद्गुणों को प्रगट करते हैं, बड़े धैर्य से, क्लेशों से, दिरद्रता से, संकटो से।

2 Corinthians 3:6
जिस ने हमें नई वाचा के सेवक होने के योग्य भी किया, शब्द के सेवक नहीं वरन आत्मा के; क्योंकि शब्द मारता है, पर आत्मा जिलाता है।

1 Corinthians 3:10
परमेश्वर के उस अनुग्रह के अनुसार, जो मुझे दिया गया, मैं ने बुद्धिमान राजमिस्री की नाईं नेव डाली, और दूसरा उस पर रद्दा रखता है; परन्तु हर एक मनुष्य चौकस रहे, कि वह उस पर कैसा रद्दा रखता है।

2 Corinthians 4:7
परन्तु हमारे पास यह धन मिट्ठी के बरतनों में रखा है, कि यह असीम सामर्थ हमारी ओर से नहीं, वरन परमेश्वर ही की ओर से ठहरे।

2 Corinthians 6:1
और हम जो उसके सहकर्मी हैं यह भी समझाते हैं, कि परमेश्वर का अनुग्रह जो तुम पर हुआ, व्यर्थ न रहने दो।

2 Corinthians 11:23
(मैं पागल की नाईं कहता हूं) मैं उन से बढ़कर हूं! अधिक परिश्रम करने में; बार बार कैद होने में; कोड़े खाने में; बार बार मृत्यु के जोखिमों में।

Ephesians 3:7
और मैं परमेश्वर के अनुग्रह के उस दान के अनुसार, जो उसकी सामर्थ के प्रभाव के अनुसार मुझे दिया गया, उस सुसमाचार का सेवक बना।

Colossians 1:25
जिस का मैं परमेश्वर के उस प्रबन्ध के अनुसार सेवक बना, जो तुम्हारे लिये मुझे सौंपा गया, ताकि मैं परमेश्वर के वचन को पूरा पूरा प्रचार करूं।

1 Peter 4:10
जिस को जो वरदान मिला है, वह उसे परमेश्वर के नाना प्रकार के अनुग्रह के भले भण्डारियों की नाईं एक दूसरे की सेवा में लगाए।

2 Corinthians 4:5
क्योंकि हम अपने को नहीं, परन्तु मसीह यीशु को प्रचार करते हैं, कि वह प्रभु है; और अपने विषय में यह कहते हैं, कि हम यीशु के कारण तुम्हारे सेवक हैं।

2 Corinthians 3:3
यह प्रगट है, कि तुम मसीह की पत्री हो, जिस को हम ने सेवकों की नाईं लिखा; और जो सियाही से नहीं, परन्तु जीवते परमेश्वर के आत्मा से पत्थर की पटियों पर नहीं, परन्तु हृदय की मांस रूपी पटियों पर लिखी है।

1 Corinthians 12:28
और परमेश्वर ने कलीसिया में अलग अलग व्यक्ति नियुक्त किए हैं; प्रथम प्रेरित, दूसरे भविष्यद्वक्ता, तीसरे शिक्षक, फिर सामर्थ के काम करने वाले, फिर चंगा करने वाले, और उपकार करने वाले, और प्रधान, और नाना प्रकार की भाषा बोलने वाले।

Luke 1:2
जैसा कि उन्होंने जो पहिले ही से इन बातों के देखने वाले और वचन के सेवक थे हम तक पहुंचाया।

John 3:27
यूहन्ना ने उत्तर दिया, जब तक मनुष्य को स्वर्ग से न दिया जाए तब तक वह कुछ नहीं पा सकता।

Romans 10:14
फिर जिस पर उन्होंने विश्वास नहीं किया, वे उसका नाम क्योंकर लें? और जिस की नहीं सुनी उस पर क्योंकर विश्वास करें?

Romans 12:3
क्योंकि मैं उस अनुग्रह के कारण जो मुझ को मिला है, तुम में से हर एक से कहता हूं, कि जैसा समझना चाहिए, उस से बढ़कर कोई भी अपने आप को न समझे पर जैसा परमेश्वर ने हर एक को परिमाण के अनुसार बांट दिया है, वैसा ही सुबुद्धि के साथ अपने को समझे।

1 Corinthians 3:7
इसलिये न तो लगाने वाला कुछ है, और न सींचने वाला, परन्तु परमेश्वर जो बढ़ाने वाला है।

1 Corinthians 4:1
मनुष्य हमें मसीह के सेवक और परमेश्वर के भेदों के भण्डारी समझे।

1 Corinthians 9:17
क्योंकि यदि अपनी इच्छा से यह करता हूं, तो मजदूरी मुझे मिलती है, और यदि अपनी इच्छा से नहीं करता, तौभी भण्डारीपन मुझे सौंपा गया है।

1 Corinthians 12:4
वरदान तो कई प्रकार के हैं, परन्तु आत्मा एक ही है।

Matthew 25:15
उस ने एक को पांच तोड़, दूसरे को दो, और तीसरे को एक; अर्थात हर एक को उस की सामर्थ के अनुसार दिया, और तब पर देश चला गया।