1 Corinthians 14:16
नहीं तो यदि तू आत्मा ही से धन्यवाद करेगा, तो फिर अज्ञानी तेरे धन्यवाद पर आमीन क्योंकर कहेगा? इसलिये कि वह तो नहीं जानता, कि तू क्या कहता है?
1 Corinthians 14:16 in Other Translations
King James Version (KJV)
Else when thou shalt bless with the spirit, how shall he that occupieth the room of the unlearned say Amen at thy giving of thanks, seeing he understandeth not what thou sayest?
American Standard Version (ASV)
Else if thou bless with the spirit, how shall he that filleth the place of the unlearned say the Amen at thy giving of thanks, seeing he knoweth not what thou sayest?
Bible in Basic English (BBE)
For if you give a blessing with the spirit, how will the man who has no knowledge say, So be it, after your prayer, seeing that he has not taken in what you are saying?
Darby English Bible (DBY)
Since otherwise, if thou blessest with [the] spirit, how shall he who fills the place of the simple [Christian] say Amen, at thy giving of thanks, since he does not know what thou sayest?
World English Bible (WEB)
Otherwise if you bless with the spirit, how will he who fills the place of the unlearned say the "Amen" at your giving of thanks, seeing he doesn't know what you say?
Young's Literal Translation (YLT)
since, if thou mayest bless with the spirit, he who is filling the place of the unlearned, how shall he say the Amen at thy giving of thanks, since what thou dost say he hath not known?
| Else | ἐπεὶ | epei | ape-EE |
| when | ἐὰν | ean | ay-AN |
| thou shalt bless | εὐλογήσῃς | eulogēsēs | ave-loh-GAY-sase |
| with the | τῷ | tō | toh |
| spirit, | πνεύματι | pneumati | PNAVE-ma-tee |
| how | ὁ | ho | oh |
| shall he that | ἀναπληρῶν | anaplērōn | ah-na-play-RONE |
| occupieth | τὸν | ton | tone |
| the | τόπον | topon | TOH-pone |
| room | τοῦ | tou | too |
| of the | ἰδιώτου | idiōtou | ee-thee-OH-too |
| unlearned | πῶς | pōs | pose |
| say | ἐρεῖ | erei | ay-REE |
| τὸ | to | toh | |
| Amen | Ἀμήν | amēn | ah-MANE |
| at | ἐπὶ | epi | ay-PEE |
| τῇ | tē | tay | |
| thy | σῇ | sē | say |
| thanks, of giving | εὐχαριστίᾳ | eucharistia | afe-ha-ree-STEE-ah |
| seeing | ἐπειδὴ | epeidē | ape-ee-THAY |
| he understandeth | τί | ti | tee |
| not | λέγεις | legeis | LAY-gees |
| what | οὐκ | ouk | ook |
| thou sayest? | οἶδεν· | oiden | OO-thane |
Cross Reference
Revelation 5:14
और चारों प्राणियों ने आमीन कहा, और प्राचीनों ने गिरकर दण्डवत् किया॥
Psalm 106:48
इस्राएल का परमेश्वर यहोवा अनादिकाल से अनन्तकाल तक धन्य है! और सारी प्रजा कहे आमीन! याह की स्तुति करो॥
1 Chronicles 16:36
अनादिकाल से अनन्तकाल तक इस्राएल का परमेश्वर यहोवा धन्य है। तब सब प्रजा ने आमीन कहा: और यहोवा की स्तुति की।
1 Corinthians 11:24
और धन्यवाद करके उसे तोड़ी, और कहा; कि यह मेरी देह है, जो तुम्हारे लिये है: मेरे स्मरण के लिये यही किया करो।
Jeremiah 28:6
आमीन! यहोवा ऐसा ही करे; जो बातें तू ने भविष्यद्वाणी कर के कही हैं कि यहोवा के भवन के पात्र और सब बंधुए बाबुल से इस स्थान में फिर आएंगे, उन्हें यहोवा पूरा करे।
Deuteronomy 27:15
कि शापित हो वह मनुष्य जो कोई मूर्ति कारीगर से खुदवाकर वा ढलवाकर निराले स्थान में स्थापन करे, क्योंकि इस से यहोवा को घृणा लगती है। तब सब लोग कहें, आमीन॥
Nehemiah 8:6
तब एज्रा ने महान परमेश्वर यहोवा को धन्य कहा; और सब लोगों ने अपने अपने हाथ उठा कर आमेन, आमेन, कहा; और सिर झुका कर अपना अपना माथा भूमि पर टेक कर यहोवा को दण्डवत किया।
Revelation 7:12
हमारे परमेश्वर की स्तुति, ओर महिमा, और ज्ञान, और धन्यवाद, और आदर, और सामर्थ, और शक्ति युगानुयुग बनी रहें। आमीन।
Revelation 22:20
जो इन बातों की गवाही देता है, वह यह कहता है, हां शीघ्र आने वाला हूं। आमीन। हे प्रभु यीशु आ॥
1 Corinthians 16:24
मेरा प्रेम मसीह यीशु में तुम सब से रहे। आमीन॥
1 Corinthians 14:23
सो यदि कलीसिया एक जगह इकट्ठी हो, और सब के सब अन्य अन्य भाषा बोलें, और अनपढ़े या अविश्वासी लोग भीतर आ जाएं तो क्या वे तुम्हें पागल न कहेंगे?
1 Corinthians 14:14
इसलिये यदि मैं अन्य भाषा में प्रार्थना करूं, तो मेरी आत्मा प्रार्थना करती है, परन्तु मेरी बुद्धि काम नहीं देती।
1 Corinthians 14:2
क्योंकि जो अन्य ‘भाषा में बातें करता है; वह मनुष्यों से नहीं, परन्तु परमेश्वर से बातें करता है; इसलिये कि उस की कोई नहीं समझता; क्योंकि वह भेद की बातें आत्मा में होकर बोलता है।
1 Corinthians 1:4
मैं तुम्हारे विषय में अपने परमेश्वर का धन्यवाद सदा करता हूं, इसलिये कि परमेश्वर का यह अनुग्रह तुम पर मसीह यीशु में हुआ।
Acts 4:13
जब उन्होंने पतरस और यूहन्ना का हियाव देखा, ओर यह जाना कि ये अनपढ़ और साधारण मनुष्य हैं, तो अचम्भा किया; फिर उन को पहचाना, कि ये यीशु के साथ रहे हैं।
1 Kings 1:36
तब यहोयादा के पुत्र बनायाह ने कहा, आमीन! मेरे प्रभु राजा का परमेश्वर यहोवा भी ऐसा ही कहे।
Nehemiah 5:13
फिर मैं ने अपने कपड़े की छोर झाड़ कर कहा, इसी रीति से जो कोई इस वचन को पूरा न करे, उसको परमेश्वर झाड़ कर, उसका घर और कमाई उस से छुड़ाए, और इसी रीति से वह झाड़ा जाए, और छूछा हो जाए। तब सारी सभा ने कहा, आमेन! और यहोवा की स्तुति की। और लोगों ने इस वचन के अनुसार काम किया।
Psalm 41:13
इस्राएल का परमेश्वर यहोवा आदि से अनन्तकाल तक धन्य है आमीन, फिर आमीन॥
Psalm 72:19
उसका महिमायुक्त नाम सर्वदा धन्य रहेगा; और सारी पृथ्वी उसकी महिमा से परिपूर्ण होगी। आमीन फिर आमीन॥
Psalm 89:52
यहोवा सर्वदा धन्य रहेगा! आमीन फिर आमीन॥
Isaiah 29:11
इसलिये सारे दर्शन तुम्हारे लिये एक लपेटी और मुहर की हुई पुस्तक की बातों के समान हैं, जिसे कोई पड़े-लिखे मनुष्य को यह कहकर दे, इसे पढ़, और वह कहे, मैं नहीं पढ़ सकता क्योंकि इस पर मुहर की हुई है।
Jeremiah 11:5
और जो शपथ मैं ने तुम्हारे पितरों से खाई थी कि जिस देश में दूध और मधु की धाराएं बहती हैं, उसे मैं तुम को दूंगा, उसे पूरी करूंगा; और देखो, वह पूरी हुई है। यह सुन कर मैं ने कहा, हे यहोवा, ऐसा ही हो।
Matthew 6:13
और हमें परीक्षा में न ला, परन्तु बुराई से बचा; क्योंकि राज्य और पराक्रम और महिमा सदा तेरे ही हैं।” आमीन।
Matthew 28:20
और उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ: और देखो, मैं जगत के अन्त तक सदैव तुम्हारे संग हूं॥
Mark 16:20
और उन्होंने निकलकर हर जगह प्रचार किया, और प्रभु उन के साथ काम करता रहा, और उन चिन्हों के द्वारा जो साथ साथ होते थे वचन को, दृढ़ करता रहा। आमीन॥
John 7:15
तब यहूदियों ने अचम्भा करके कहा, कि इसे बिन पढ़े विद्या कैसे आ गई?
John 21:25
और भी बहुत से काम हैं, जो यीशु ने किए; यदि वे एक एक करके लिखे जाते, तो मैं समझता हूं, कि पुस्तकें जो लिखी जातीं वे जगत में भी न समातीं॥
Numbers 5:22
अर्थात वह जल जो शाप का कारण होता है तेरी अंतडिय़ों में जा कर तेरे पेट को फुलाए, और तेरी जांघ को सड़ा दे। तब वह स्त्री कहे, आमीन, आमीन।